Thursday, October 21, 2010

गुर्जरों के सब्र का इम्तहान न ले सरकार

बैसला ने कहा-मुख्यमंत्री ने गुर्जरों का हक नहीं दिया तो आंदोलन का शंखनाद
(जयपुर जिला-बस्सी/तूंगा). सरकार की नियत में खोट है, जो गुर्जर समाज के साथ छलावा कर रही है। सरकार गुर्जरों के सब्र का इम्तहान न ले, नहीं तो फिर एक बार आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह बात किरोड़ी सिंह बैसला ने गुरुवार को बस्सी में मीडिया से कही।
बैसला ने कहा कि हाल ही सरकार ने वनरक्षकोंं, पुलिस विभाग आदि की भर्ती में गुर्जर समाज को महज एक प्रतिशत आरक्षण दिया है, जो जाहिर करता है कि सरकार की नियत में खोट है। ऐसे में सरकार हमें 4 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा खुद ही निभाना नहीं चाह रही। मजबूरन हमें फिर से आंदोलन की राह चुननी होगी। बैसला ने कहा कि आंदोलन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, लेकिन इससे पहले एक बार मुख्यमंत्री से बातचीत करके समस्या समाधान की ही कोशिश की जाएगी। यदि मुख्यमंत्री ने गुर्जरों का हक नहीं दिया तो आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा। बैसला ने कहा कि आंदोलन प्रजातांत्रिक रूप से किया जाएगा। इससे पहले उन्होंने तूंगी में गुर्जर समाज के कार्यकर्ताओं की एक बैठक ली।  इस दौरान कैप्टन हरप्रसाद, लक्ष्मीनारायण तूंगी, पंचायत समिति सदस्य गैंदालाल गुर्जर व सीताराम होंडा सहित अन्य समाज के लोग मौजूद थे।

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