Wednesday, November 17, 2010

देवनारायण योजना में 26 करोड़ मंजूर

उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की अंतिम तिथि भी बढ़ाई
जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देवनारायण योजना के तहत विशेष पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए 25 करोड़ तथा अनुप्रति योजना के लिए एक करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है।
राज्य सरकार ने योजना के तहत उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की अंतिम तिथि भी ब$ढा दी है। विशेष पिछड़ा वर्ग के उत्तर मैट्रिक स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थी अब शैक्षणिक सत्र 2010-11 की छात्रवृत्ति के लिए 31 दिसंबर, 10 तक आवेदन दे सकते हैं। देवनारायण योजना में छात्रों को अनुरक्षण भत्ता, निशक्त छात्रों के लिए अतिरिक्त भत्ता, अनिवार्य अप्रतिदेय फीस का पुनर्भरण, अध्ययन भ्रमण खर्च, शोध, टाइप और छपाई खर्च, पत्राचार पाठ्यक्रम से अध्ययन के लिए पुस्तक भत्ता तथा स्पष्ट रूप से उल्लेखित पाठ्यक्रमों के लिए बुकबैंक की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
अनुप्रति योजना में अखिल भारतीय सेवा परीक्षा में विभिन्न स्तरों पर सफल होने वाले विशेष पिछ$डे वर्ग के अभ्यर्थियों को एक लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि मंजूर की जा सकेगी। इसमें प्रारंभिक परीक्षा पास होने पर 65 हजार, मुख्य परीक्षा पास होने पर 30 हजार तथा साक्षात्कार में उत्तीर्ण (अंतिम रूप से चयन) होने पर 5 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसी प्रकार आरपीएससी की आरएएस और अधीनस्थ सेवाएं (सीधी भर्ती) सयुंक्त प्रतियोगी परीक्षा के लिए 50 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्रारंभिक परीक्षा पास होने पर 25 हजार, मुख्य परीक्षा पास होने पर 20 हजार तथा अंतिम रूप से चयन होने पर 5 हजार रूपए दिए जाएंगे।
इन योजनाओं में राजस्थान में रहने वाले विशेष पिछडा वर्ग के बंजारा, बालदिया, लबाना, गाडिय़ा लुहार, गाड़ोलिया, गूजर, गुर्जर, राईका, रैबारी एवं देबासी जाति के छात्र और युवक लाभान्वित हो सकेंगे।

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