Tuesday, June 01, 2010

16 को जिला मुख्यालयों पर धरना देंगे गुर्जर

13 को राजस्थान बंद का आह्वान वापस लिया, आंदोलन के लिए समिति का गठन

जयपुर. राजस्थान गुर्जर आरक्षण समिति ने कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला और सरकार के बीच हुए समझौते को नकार दिया है। अब समिति 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर 16 जून को प्रदेश व्यापी आंदोलन के तहत जिला मुख्यालयों पर धरना देगी और कलेक्टरों के माध्यम से राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। समिति ने इससे पहले 13 जून को घोषित राजस्थान बंद के आह्वान को वापस ले लिया है।
राजस्थान गुर्जर आरक्षण समिति के मुख्य संरक्षक रामवीरसिंह विधुड़ी ने मंगलवार को यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि बैसला और सरकार के बीच हुआ समझौता समाज को स्वीकार नहीं है। सिकंदरा में हुई सभा में समाज के लोगों ने इसे खारिज कर दिया था। युवाओं ने कड़ा फैसला लेने की मांग रखी थी। युवाओं का कहना था कि रेल की पटरी पर जाना हो या हाई वे पर बैठना हो, हर कीमत पर आरक्षण मिले। लेकिन हम जोश के साथ होश नहीं खोना चाहते। आरक्षण आंदोलन शांति पूर्वक चलाएंगे। उन्होंने कहा कि 13 का बंद उस दिन अवकाश होने के कारण रद्द किया गया है।
विधुड़ी के साथ विधायक हेमसिंह भड़ाना और पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने कहा कि अभी सरकार की ओर से बातचीत के लिए कोई बुलावा नहीं आया है। सरकार की नींद तब उड़ेगी जब हम कानून व्यवस्था गड़बड़ा देंगे।
हेमसिंह भडाना आंदोलन समिति के अध्यक्ष
आंदोलन समिति का अध्यक्ष हेमसिंह भड़ाना को तथा गोपीचंद गुर्जर को समन्वयक बनाया गया है। रामवीरसिंह विधुड़ी मुख्य संरक्षक और पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, पूर्व जिला प्रमुख रामगोपाल और अमर सिंह संरक्षक होंगे। साथ ही जिलों मं जिलाध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं।
उधर, डॉ. विक्रम ने लगाया लोगों को भड़काने का आरोप
जयपुर . राजस्थान युवा गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विक्रम सिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार में रहे नेताओं के इशारे पर कुछ लोग गुर्जरों को भड़काकर राज्य में अशांति फैलाना चाहते हैं। गुर्जर समाज इस साजिश को बर्दाश्त नहीं करेगा। गुर्जर ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि राज्य के बाहर के कुछ लोग यहां आकर अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि तलाश कर रहे हैं। अगर उन्हें गुर्जरों की इतनी ही चिंता है तो उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और मध्य प्रदेश में गुर्जर बहुत पिछड़े हुए हैं, उनके लिए संघर्ष करें। डॉ. गुर्जर ने कहा कि यहां की सरकार गुर्जर समाज के साथ है। सरकार ने देवनारायण योजना में छात्रवृत्ति के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उन्होंने समाज के छात्र—छात्राओं से आह्वान किया है कि इसका लाभ उठाएंं। समाज के लोग समाज के साथ राजनीति नहीं करें। सरकार हमेशा वार्ता के लिए तैयार है, अगर वे समाज के हितचिंतक हैं तो समाज का पक्ष उनके सामने रखें।

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