पंचायत स्तर की शिक्षा सबल और प्रभावी बनाने के के मुद्दे पर बोले राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर
धौलपुर. राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार को पंचायत स्तर की शिक्षा सबल और प्रभावी बनाने के लिए गुजरात पैटर्न को अपनाना चाहिए। इससे बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को भी राहत मिलेगी।गुर्जर ने भास्कर से बातचीत में बताया कि प्रारंभिक शिक्षा को पंचायतीराज में पूरी तरह शामिल किए जाने की आवश्यकता है। वैसे सरकार इस ओर प्रयासरत है, किंतु गति धीमी है। सरकार को स्थानांतरण नीति पारदर्शितापूर्ण बनानी चाहिए। गाइड लाइन तय हो ताकि शिक्षक भी उसी मानसिकता से सेवा कर सके। उन्होंने सरकार से शिक्षा विभाग में पंचायतीराज के तहत नियुक्त एवं चयनित शिक्षकों को समस्त परिलाभ देने तथा ब्लाक स्तर पर वेतन वितरण व्यवस्था निर्धारित तिथि किए जाने की मांग की। गुर्जर ने सरकार से चुनाव घोषणा पत्र के अनुसार केंद्र के समान वेतन ग्रेडिंग पे लागू किए जाने, वंचित पैराटीचर्स को प्रबोधक में शामिल करने पर बल दिया। गुर्जर ने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार को शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की तमाम योजनाओं की क्रियान्विती में शिक्षकों को जोड़ा जाता है। चूंकि विद्यालयों में पहले से ही शिक्षकों की कमी है। ऐसे में शिक्षकों से बेहतर परिणाम की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को ऐसे हालात में भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शिक्षा के उच्च मापदंडों पूरा करना चाहिए। सरकार को भी आरटीई के मापदंडों का पालन करना चाहिए।
(दैनिक भास्कर से साभार)
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