Wednesday, September 07, 2011

देवरंग में रंग गया जोधपुरिया

लक्खी मेले में देशभर से उमड़े गुर्जर, 211 तो पदयात्रात्राएं ही आईं
निवाई (टोंक जिला). गुर्जर समाज के तीर्थ देवधाम जोधपुरिया में भगवान देवनारायण का लक्खी मेला भरा। तीन दिन तक चले इस मेले में देशभर से आए पदयात्रियों ने करीब 211 ध्वज चढ़ाए। अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार कोई पैदल पहुंचा तो कोई दंडवत करते। देव ध्वज लिए घुसती पदयात्राओं और जयकारों से जोधपुरिया आस्था के एक ऐसे रंग में रंग गया जहां न कोई छोटा रहा न कोई बड़ा। सब बस एक ही रंग में रंग गए। देव रंग में।
विधिवत पूजा अर्चना के बाद भोपा के द्वारा मंदिर के शिखर पर ध्वज चढ़ाने के साथ ही मेला शुरू हो गया। दो-तीन दिन पहले से ही श्रद्धालु जोधपुरिया पहुंचने शुरू हो गए थे। पदयात्रियों के जोधपुरिया पहंचने पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से उनका स्वागत किया गया। पदयात्रा ध्वज देव मंदिर पर चढ़ाने के बाद पदयात्रियों ने भगवान देवनारायण के दरबार में मत्था टेका। मेले में सैकड़ों श्रद्धालु कनक दंडवत करते भी पहुंचे। ऐसे श्रद्धालुओं के चरण छूकर लोग खुद को धन्य मान रहे थे। रंग-बिरंगी ओढनियां ओढे देवनारायण के गीत गाती गुर्जरियों के झुंड मेले में एकदम अलग ही नजर आ रहे थे। न कोई चकरी खाली थी न कोई रहंट। किसी दुकान वाले को फुर्सत थी न किसी नांव माडने वाले को। मेले में सब लोग अपनी-अपनी पसंद के ठिकानों पर जमे थे। मेला समिति की ओर से रोशनी, पेयजल की व्यवस्था की गई थी।
ध्वजयात्रा निकाली
देशभर से आए पदयात्रियों ने हजारों ध्वजों के साथ शनिवार की सुबह कृषि मण्डी से विशाल ध्वज यात्रा निकाली। बैण्डबाजों की धुनों पर पदयात्री नाचते-गाते चल रहे थे वहीं कई पदयात्री मंजीरों पर बगड़ावत गाथा  गाते हुए चल रहे थे। ध्वज यात्रा जुलूस करीब आधा किलोमीटर लम्बाई में फेला थ। ध्वजयात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई जन उपयोगी भवन पहुंची जहां निवाई गुर्जर समाज की ओर से पदयात्रियों को प्रसादी करवाई गई। तत्पश्चात पदयात्री ध्वज लेकर देवधाम जोधपुरिया के प्रस्थान कर गए। पदयात्रा मार्ग में विभिन्न संगठनों व समाज सेवियों की ओर से पदयात्रियों को फल वितरित किए गए।

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