Monday, April 11, 2011

शादी के लिए गुर्जर महापंचायत के 10 नियम

दादरी में समाज की महापंचायत, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी से हजारों लोगों ने  की शिरकत
दादरी. दहेज और शादियों में फिजूलखर्ची के विरोध में रविवार को गुर्जर समाज ने दादरी में महापंचायत की। पंचायत में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी से हजारों लोगों ने शिरकत की। इसमें समाज की शादियों के लिए 10 सूत्रीय नियम बनाए गए हैं। अगर किसी ने इसे नहीं माना तो उसका समाज से बहिष्कार किया जाएगा। इसके अलावा गांव-गांव में 5 मेंबरों की एक कमिटी बनाकर दहेज विरोधी मुहिम चलाई जाएगी।
दादरी के मिहिरभोज इंटर कॉलेज मे हुई गुर्जर महापंचायत में हजारों लोगों ने दहेज और फिजूलखर्ची रोकने के लिए हुंकार भरी। सुबह से पंचायत में शामिल होने के लिए समाज के लोग आने लगे थे।
सभी का कॉलेज गेट पर स्वागत कर पंचायत स्थल तक ले जाया गया। पंचायत को संबोधित करते हुए यशवीर सिंह गुर्जर ने कहा कि एरिया में होने वाली शादियों में अपना रुतबा दिखाने की होड़ में लोग लाखों-करोड़ों रुपये फूंक रहे हैं, जिससे गरीब लोगों को अपनी बेटियों की शादी करने में दिक्कत आ रही है। अगर शादी किसी तरह से हो भी जाती है तो दहेज देने की होड़ देख लड़कियों से दहेज की मांग की जा रही है। मांग पूरी न होने पर लड़कियों को मारा भी जा रहा है। इसको देखते हुए गुर्जर समाज ने दहेज के विरोध में लोगों को जागरूक करने के लिए दहेज विरोधी महापंचायत का आयोजन किया है। इस दौरान सहारनपुर से आए मदनपाल ने कहा कि गांव-गांव में एक कमिटी बनाकर दहेज विरोधी मुहिम चलाई जाएगी। कमिटी में हर गांव से 5 मेंबर चुने जाएंगे जो गांव का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर गुर्जर समाज में कोई पंचायत के फैसले को मानता नहीं है तो उसका समाज से बहिष्कार किया जाएगा। इस दौरान एसपी नेता राजकुमार भाटी ने कहा कि पंचायत में आए सभी लोगों को प्रण लेना चाहिए कि अपने घर और परिवार में बेटी और बेटे की शादी पंचायत की तरफ से बनाए गए 10 नियमों के हिसाब से करेंगे।

ये हैं शादी करने के 10 नियम
- शादी में 100 से ज्यादा बराती नहीं जाने चाहिए
- हथियार प्रदर्शन नहीं होना चाहिए
- उपहार प्रदर्शन पर रोक रहेगी
- शादी में 101 रुपये झोली में जबकि बाकी गुप्त दान होना चाहिए
- आतिशबाजी पर भी रोक रहेगी
- चढ़त के दौरान बैंड-बाजे और डीजे नहीं होगा
- हलवाई व टेंट आदि पर रोक रहेगी
- शादी दिन के समय ही होगी
- फोन और एसएमएस से शादी का निमंत्रण दिया जाएगा
- लगन, सगाई और चिट्ठी का आयोजन एक साथ होना चाहिए 

(नवभारत टाइम्स से साभार )

2 comments:

  1. वाह!!! ये हुई ना बात, ये नियम तो सभी को मानने चाहिए

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  2. गुर्जरों से बाकी लोगों को भी सीख लेनी चाहिए।

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