Thursday, July 15, 2010

झालर की टंकार और देवनारायण के जयकारे

देवनारायण भगवान व उनके चार भाइयों की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू,  18 को जागरण व 19 को होगी पूर्णाहुति


(टोंक जिला-निवाई). सिर पर कलश लिए सवा सौ महिलाओं का काफिला। बैंडबाजों के बीच गूजती झालर की टंकार व शंखनाद। आगे-आगे देव घ्वज और देवनारायण के जयकारे। माहौल था जोधपुरिया गांव का और मौका था देवधाम में देवनारायण भगवान उनके चार भाइयों के मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुभारंभ का।
 मंगलवार आचार्य पं. सत्यनारायण दाधीच ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ कलशयात्रा को रवाना किया। मुख्य मार्गों सं होती हुई कलशयात्रा करीब तीन किलोमीटर के फेर के बाद  देवधाम पहुंची। सूरजकरण गुर्जर जोधपुरिया भगवान देवनारायण का ध्वजलिए पदयात्रा के आगे-आगे चल रहे थे। मुख्य कलश डॉ. बद्री गुर्जर पुत्र मोती भोपा भी साथ चल रहे थे।
देवनारायण मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री रामकिशन बहादुरपुरा ने बताया कि कलश यात्रा में जोधपुरिया, मनोहरपुरियां, जगतपुरा, लोदेड़ा, चुराड़ा, गंगापुरा, नवरंगपुरा, छूरिया, डांगरथल, राणोली, खणदेवत, वनस्थली के गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए। देवनारायण ट्रस्ट जोधपुरिया के अध्यक्ष केसरलाल गुर्जर, कोषाध्यक्ष रामेश्वर पोसवाल, महामंत्री रामकिशन बहादुरपुरा, उपाध्यक्ष सुरज्ञानसिह खटारा, शंकरलाल दरड़ा, लादूलाल उमरवाल, देवालाल, नारायण, उपसरपंच भैरूलाल, केसरा पटेल, मोती भोपा, श्योजीराम, नारायण भण्डारी, रामकुवार भी साथ चल रहे थे। उन्होंने बताया कि 18 जुलाई को जागरण किया जाएगा। 19 जुलाई भड़लया नवमी को पूर्णाहुति व महाभोज प्रसादी का आयोजन किया जाएगा।

No comments:

Post a Comment