Thursday, April 15, 2010

पीपलखेड़ा में फिर गूंजे देव के जयकारे

गुर्जरों ने डाला पड़ाव, तीन साल पहले 28 मई 07 को इसी स्थान पर आरक्षण के लिए आंदोलन किया था गुर्जरों ने, अगला पड़ाव सिकंदरा में, अलवर, अजमेर, टोंक से भी कूच
(दौसा-करौली जिला). आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों ने बुधवार को जयपुर—आगरा हाईवे पर आकर पीपलखेड़ा में पड़ाव डाल दिया। गुर्जरों का अगला पड़ाव गुरुवार को सिकंदरा में होगा। आगरा हाईवे पर गुर्जर सड़क  किनारे टैंट लगाकर बैठे हैं। अलवर, अजमेर और टोंक से भी गुर्जरों का जयपुर कूच शुरू हो गया है, जबकि भरतपुर जिले में नगर से सुबह 8 बजे गुर्जर रवाना होंगे। वैर, भुसावर और बयाना के लोग पीपलखेड़ा पड़ाव में शामिल हो गए।
कर्नल बैसला के नेतृत्व में सुबह साढे 11 बजे गुर्जर समाज के लोगों ने गाजीपुर खावदा गांव से नेशनल हाईवे के लिए कूच किया और 15 किलोमीटर तक का पैदल मार्च करते हुए सायं करीब 5 बजे पीपलखेडा पहुंचे। तीन साल पहले 28 मई 07 को इसी स्थान पर आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने आंदोलन किया था। इसमें 6 लोगों की जान चली गई थी। कूच का नेतृत्व कर रहे कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला ने बताया कि पीपलखेड़ा से गुरुवार सुबह 9 बजे बाद जयपुर की ओर कूच शुरू होगा। 
यह है मांग 
गुर्जर राज्य सरकार से 50' की सीमा के अंदर उन्हें 5' आरक्षण की मांग कर रहे हैं। बैसला का कहना है कि ओबीसी के 21' में 4' का कोटा तो उनका स्वत: ही है, बाकी 1' आरक्षण और जोड़कर उन्हें उनका हक दिया जाए।
अन्य जगहों से भी कूच
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के पूर्व प्रवक्ता डॉ. रूपसिंह ने बताया कि अलवर जिले से गुर्जरों ने लीलाधर गुर्जर के नेतृत्व में कूच शुरू कर दिया है। इन लोगों ने बुधवार को सरिस्का के पास नटनी का बारा में देवनारायण मंदिर पर पड़ाव किया। टोंक से भी कुछ लोगों ने जयपुर कूच किया और सोहेला तक आ गए हैं। इसी तरह अजमेर से कूच करने वाले लोग किशनगढ़ तक पहुंच गए हैं। नीमकाथाना, शाहपुरा, विराटनगर क्षेत्रों में गुर्जरों की पंचायतें चल रही हैं। यहां महेन्द्रसिंह खेड़ला ने जिम्मेदारी ली हुई है। खेड़ला ने बताया कि यहां से गुुरुवार को उनका कूच शुरू हो सकता है। भरतपुर में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जवाहरसिंह बेढम ने बताया कि नगर से सुबह 8 बजे खेड़ली के रास्ते गुर्जर जयपुर के लिए कूच करेंगे। 
पहले छोटे रास्ते करेंगे जाम
गुर्जरों की रणनीति है कि पहले छोटे रास्ते जाम करेंगे। इसके बाद ताकत बढ़ाते हुए स्टेट हाईवे और बाद में नेशनल हाईवे जाम करेंगे। नेशनल हाईवे को पहले जाम करने से वे बचना चाहते हैं ताकि सरकार पर दबाव बना रहे। 
गुर्जरों का आंदोलन शांतिपूर्ण
आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल बैसला ने बताया कि उनका आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। उनकी ओर से यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। प्रशासन ने एहतियातन ही रोडवेज की बसें बंद की हैं। 
कानून से ऊपर कोई नहीं : गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर कहा है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। सरकार अपनी ओर से गुर्जर एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए बेहतर करने की कोशिश कर रही है। बुधवार को रवींद्र मंच पर अंबेडकर पुरस्कार वितरण समारोह में गहलोत ने कहा कि सरकार ने 50' सीमा से पार जाकर गुर्जरों को आरक्षण दिलाया है। तत्कालीन राज्यपाल ने टोका फिर भी हमने गुर्जरों के लिए अलग से आरक्षण कानून बनवाया। जनहित को देखते हुए समझौते पर दस्तखत भी कर दिए। अब कोर्ट ने स्टे लगा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का मामला कोर्ट में पहुंच गया है, इसे माना जाना चाहिए।
किरोड़ी लाल मीणा की मां ने भी दिया आशीर्वाद
कूच के दौरान क्षेत्रीय सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की मां फूला देवी ने बैसला के तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया। इस दौरान गांव बाड़ा खोहरा में पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों का प्रधान राजेंद्र मीणा के नेतृत्व में फूलमाला एवं सरबत पिलाकर उपस्थित लोगों का स्वागत किया गया।
पांचोली में बैठक, कूच में शामिल होने का निर्णय
सिकराय के पांचोली गांव में गुर्जर समाज के लोगों की बुधवार को बैठक हुई। इसमें कर्नल किरोडीसिंह बैसला के नेतृत्व में चल रहे जयपुर कूच में शामिल होने का निर्णय किया। बैठक में अखिल भारतीय गुर्जर महापरिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमरावसिंह डोई ने कहा कि गहलोत की नीति में खोट है, इसलिए गुर्जरों को लगातार भ्रमित किया जा रहा है।

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