Wednesday, September 28, 2011

बैसला हाईकोर्ट में तलब

कोर्ट की अवमानना के मामले में 14 अक्टूबर को पेश होना होगा
जयपुर. हाईकोर्ट ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान अदालती आदेश का उल्लंघन करने के मामले में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को 14 अक्टूबर को अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। न्यायाधीश महेश चन्द्र शर्मा ने यह अंतरिम आदेश सोमवार को तत्कालीन विशेष गृह सचिव संदीप वर्मा की अवमानना याचिका पर दिया।
सुनवाई के दौरान अतिरिक्त सचिव (गृह) पी.के.देव ने अदालत से आग्रह किया कि मामले की कैमरा प्रोसिडिंग होनी चाहिए क्योंकि इसमें गंभीर प्रश्न निहित हैं। अदालत ने आग्रह स्वीकार कर दोपहर 1.20 बजे सुनवाई शुरू हुई। अदालत ने दोनों पक्षों से पूछा कि उन्होंने आदेश की अवमानना क्यों की है। बैंसला की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कमलाकर शर्मा ने कहा कि वे आगामी तारीख पर अदालत को उचित जवाब दे देंगे। अदालत ने बैंसला के अधिवक्ता को कहा कि वे 14 अक्टूबर को बैंसला की उपस्थिति सुनिश्चित करें और उस दिन के लिए गृह सचिव की हाजिरी माफ की।
यह है मामला
तत्कालीन विशेष गृह सचिव ने 28 मई 08 को अवमानना याचिका दायर कर कहा कि गुर्जर आंदोलन ने हिंसात्मक रूप ले लिया है और वे महापंचायत बुलाकर हिंसा फैला रहे हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में प्रसंज्ञान लिया था और सार्वजनिक व निजी संपत्ति को नुकसा न नहीं पहुंचाने के लिए कहा था। लेकिन आंदोलन के दौरान इन्होंने रास्ता व रेल रोकने का प्रयास किया जिससे आमजन को परेशानी हुई।
(दैनिक भास्कर से साभार)

Tuesday, September 27, 2011

सुमन गुर्जर टोंक कृषि मंडी समिति की अध्यक्ष

समर्थकों ने जमकर मंडी में आतिशबाजी की, मालाओं से लादा
टोंक. टोंक कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष पद पर सुमन गुर्जर निर्विरोध निर्वाचित हुई। इस चुनाव के लिए सुमन गुर्जर व मनभर देवी गुर्जर ने नामांकन दाखिल किया था। फार्म वापसी के निर्धारित समय से पूर्व मनभर देवी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। उसके बाद मंडी चुनाव प्राधिकृत उपखंड अधिकारी द्वारा सुमन को अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया। सुमन गुर्जर के अध्यक्षा निर्वाचित होने की घोषणा होते ही उनका स्वागत करने वालों का तांता लग गया तथा उनके समर्थकों ने जमकर मंडी में आतिशबाजी की तथा उनको मालाओं से लाद दिया। इस मौके पर कांग्रेस नेता शिवजीराम मीणा, उपसभापति हरिभजन गुर्जर, पार्षद शब्बीर अहमद, ओम सांखना, रामसिंह मुकुल, रामदेव गुर्जर, धनराज कंवर, मास्टर रामस्वरूप मुकुल, हनुमान यादव, फौजू मीणा, जगदीश लहन, संजय टिक्कीवाल, मोहन खंडेलवाल आदि मौजूद थे।

Sunday, September 18, 2011

गुर्जर आरक्षण पर सरकार गंभीर नहीं: बैंसला

निधारा, कानसिंह के बाग में गुर्जर सरदारी महापंचायत

बाड़ी. गुर्जर महासभा के कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि गुर्जर समाज शिक्षा के अभाव के कारण पिछड़ रहा है। हमें अपने बच्चों को शिक्षा पर पूरे मनोयोग के साथ तैयारी करानी होगी। क्योंकि आने वाला समय कंप्यूटरीकृत है।
कर्नल बैंसला बुधवार को उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत निधारा स्थित कानसिंह के बाग में गुर्जर सरदारी महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज काफी समय से आरक्षण की मांग को लेकर संघर्षरत है, लेकिन राज्य सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष के बाद 5 प्रतिशत आरक्षण की सफलता मिली थी, लेकिन एक प्रतिशत ही आरक्षण लागू हो सका। जो गुर्जर समाज के लिए नाकाफी है।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि आरक्षण संघर्ष के दौरान मारे गए समाज के लोगों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। राज्य सरकार ने नवम्बर माह तक का समय मांगा था, आगे की रणनीति हम सब को मिलकर तय करनी होगी। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज को आरक्षण नहीं देने पर पूरे राजस्थान में आंदोलन का बिगुल पुन: बजाना होगा।
गुर्जर महापंचायत में पूर्व जिला प्रमुख दुर्ग सिंह अंधाना, पूर्व प्रधान पूरनसिंह गुर्जर, सरपंच दामोदर गुर्जर, कुलराज सिंह आदि ने आरक्षण मुद्दे पर अपने विचार रखे। यह महापंचायत दोपहर एक बजे से शुरू हुई जो शाम चार बजे तक चली। इससे पहले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सहित महापंचायत में प्रदेशभर से आए अतिथियों का माल्यार्पण व साफा बांध कर स्वागत किया गया। इस मौके पर जिलेभर के गुर्जर समाज के काफी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
(दैनिक भास्कर से साभार)

सरकार गुजरात पैटर्न को अपनाएं

पंचायत स्तर की शिक्षा सबल और प्रभावी बनाने के के मुद्दे पर बोले राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर
धौलपुर. राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार को पंचायत स्तर की शिक्षा सबल और प्रभावी बनाने के लिए गुजरात पैटर्न को अपनाना चाहिए। इससे बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को भी राहत मिलेगी।
गुर्जर ने भास्कर से बातचीत में बताया कि प्रारंभिक शिक्षा को पंचायतीराज में पूरी तरह शामिल किए जाने की आवश्यकता है। वैसे सरकार इस ओर प्रयासरत है, किंतु गति धीमी है। सरकार को स्थानांतरण नीति पारदर्शितापूर्ण बनानी चाहिए। गाइड लाइन तय हो ताकि शिक्षक भी उसी मानसिकता से सेवा कर सके। उन्होंने सरकार से शिक्षा विभाग में पंचायतीराज के तहत नियुक्त एवं चयनित शिक्षकों को समस्त परिलाभ देने तथा ब्लाक स्तर पर वेतन वितरण व्यवस्था निर्धारित तिथि किए जाने की मांग की। गुर्जर ने सरकार से चुनाव घोषणा पत्र के अनुसार केंद्र के समान वेतन ग्रेडिंग पे लागू किए जाने, वंचित पैराटीचर्स को प्रबोधक में शामिल करने पर बल दिया। गुर्जर ने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार को शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की तमाम योजनाओं की क्रियान्विती में शिक्षकों को जोड़ा जाता है। चूंकि विद्यालयों में पहले से ही शिक्षकों की कमी है। ऐसे में शिक्षकों से बेहतर परिणाम की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को ऐसे हालात में भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शिक्षा के उच्च मापदंडों पूरा करना चाहिए। सरकार को भी आरटीई के मापदंडों का पालन करना चाहिए।
(दैनिक भास्कर से साभार)

देवकरण गुर्जर अरस्तु के जिलाध्यक्ष

जयपुर. देवकरण गुर्जर को अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ (अरस्तु) का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। उनका चुनाव राजकीय सैकंडरी स्कूल सोढ़ाला में प्रांतीय पर्यवेक्षक रामकृष्ण अग्रवाल की मौजूदगी में किया गया। उनके नाम का प्रस्ताव संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीलाल मीणा ने रखा, जिसका समर्थन सुल्तान सिंह ने किया। इस निर्णय पर सबने हाथ उठाकर अपनी सहमति दी। बाद में देवकरण गुर्जर को पदाधिकारियों ने शपथ दिलाई। गुर्जर को जिलध्यक्ष चुने जाने पर बगड़ावत डॉट कॉम की ओर से हार्दिक बधाई।

Friday, September 16, 2011

जयपुर में गोष्ठी, दौसा में छात्र सम्मेलन

दोनों ही जगह समाज के वरिष्ठजनों ने दिया बच्चे-बच्चियों को पढ़ाने पर जोर
शिक्षा के प्रसार के बगैर समाज का विकास नहीं हो सकता, यह बात अब गुर्जरों के समझ में आने लगी है। इसी का नतीजा है जयपुर में गुर्जर समाज की दशा और दिशा पर संगोष्ठी और दौसा में गुर्जर छात्र सम्मेलन का आयोजन। दोनों ही जगह पर वरिष्ठजनों ने बच्चे-बच्चियों को पढ़ाने पर जोर दिया। आरक्षण या फिर और कोई लाभ लेने के लिए हमारे बच्चे योग्य बनें इसके लिए जरूरी है कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त करें।
रोजगार परक शिक्षा को अपनाएं : मसूद चौधरी 
जयपुर : जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी मसूद चौधरी ने कहा कि गुर्जर समाज को बच्चों की शिक्षा पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उन्हें आधुनिक तकनीक व व्यावसायिक शिक्षा को अपनाना चाहिए। सरकार की छात्रवृत्ति व अन्य सुविधाओं का लाभ लेना चाहिए। वे सोमवार को जयपुर के नारायणसिंह सर्किल स्थित तोतुका भवन में गुर्जर समाज की दशा और दिशा पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में पूर्व विधायक नाथूसिंह गुर्जर, हरिसिंह महुआ, रामचन्द्र सराधना रामगोपाल गार्ड, ब्रह्मसिंह, दौसा जिला प्रमुख अजीत सिंह, डॉ. रूपसिंह ने विचार व्यक्त किए। प्रो. पी.एस. वर्मा, प्रो. आर.डी. गुर्जर, प्रो. आर.के. गुर्जर, प्रो. लीलाराम ने समाज में शिक्षा के विकास पर बल दिया।
समाज के बच्चों के लिए अलग से खोले जाएंगे स्कूल : जड़फिया
दौसा . गुजरात के पूर्व गृह मंत्री गोरधन भाई झड़पिया ने कहा कि समाज के बच्चे-बच्चियों अच्छी और रोजगार परक शिक्षा देने के लिए अलग से स्कूल खोले जाएंगे। वे गुर्जर स्टूडेंट फैडरेशन के तत्वावधान में आगरा रोड पर स्थित एक मैरिज हॉल में गुर्जर छात्र सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता खादी आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह ने की तथा विशिष्ट अतिथि दिनेश गुर्जर थे। सम्मेलन में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की ओर से छात्रों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत स्वरोजगार को बढ़ावा देने तथा शिक्षित बेरोजगार लोन की जानकारी दी गई।  इस दौरान मनमीत, खुर्शीद भाटी, मोतीलाल माल, समाजवादी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व सांसद पं. रामकिशन, खादी आयोग के देवेंद्र पाल, रामनिवास मीणा सहित विभिन्न जगहों से आए समाज के विद्यार्थी मौजूद थे।

Thursday, September 15, 2011

शिव भक्त सम्राट मिहिरकुल हूण

डॉ सुशील भाटी  (मो. 09411445677)
पांचवी शताब्दी के मध्य में, ४५० इसवी के लगभग, हूण गांधार इलाके  के शासक  थे, जब उन्होंने वहा से सारे सिन्धु घाटी छेत्र को जीत लिया| कुछ समय बाद ही उन्होंने मारवाड और पश्चिमी राजस्थान के इलाके भी जीत लिए| ४९५ इसवी के लगभग हूणों ने तोरमाण के नेतृत्व में गुप्तो से पूर्वी मालवा छीन लिया| एरण, सागर जिले में वराह मूर्ति पर मिले तोरमाण के अभिलेख से इस बात की पुष्ठी होती हैं | जैन ग्रन्थ कुवयमाल के अनुसार तोरमाण चंद्रभागा नदी के किनारे स्थित पवैय्या  नगरी से भारत पर शासन करता था | इतिहासकारों के अनुसार पवैय्या नगरी ग्वालियर के पास स्थित थी|      
तोरमाण के बाद उसका पुत्र मिहिरकुल हूणों का राजा बना| उसके शासन काल के पंद्रहवे वर्ष का एक अभिलेख ग्वालियर एक सूर्य मंदिर से प्राप्त हुआ हैं| इस प्रकार हूणों ने मालवा इलाके  में अपनी स्थति मज़बूत कर ली थी| मिहिरकुल तोरमाण के सभी विजय अभियानों हमेशा उसके साथ रहता था| उसने उत्तर भारत की विजय को पूर्ण किया और गुप्तो सी भी नजराना वसूल किया| मिहिरकुल ने पंजाब स्थित स्यालकोट को अपनी राजधानी बनाया |
मिहिकुल हूण एक कट्टर शैव था| उसने अपने शासन काल में हजारों शिव मंदिर बनवाये| मंदसोर अभिलेख के अनुसार यशोधर्मन से युद्ध होने से पूर्व उसने भगवान स्थाणु (शिव) के अलावा किसी अन्य के सामने अपना सर नहीं झुकाया था| मिहिरकुल ने ग्वालियर अभिलेख में अपने को शिव भक्त कहा हैं| मिहिरकुल के सिक्कों पर जयतु वृष लिखा हैं जिसका अर्थ हैं- जय नंदी |
कास्मोस इन्दिकप्लेस्तेस नामक एक यूनानी ने मिहिरकुल के समय भारत की यात्रा की थी, उसने क्रिस्टचिँन टोपोग्राफी नामक अपने ग्रन्थ में लिखा हैं की हूण भारत के उत्तरी पहाड़ी इलाको में रहते हैं, उनका राजा मिहिरकुल एक विशाल घुड़सवार सेना और कम से कम दो हज़ार हाथियों के साथ चलता हैं, वह भारत का स्वामी हैं | मिहिरकुल के लगभग सौ वर्ष बाद चीनी बौद्ध तीर्थ यात्री हेन् सांग ६२९ इसवी में भारत आया , वह अपने ग्रन्थ सी-यू-की में लिखता हैं की सैंकडो वर्ष पहले  मिहिरकुल नाम का राजा हुआ करता था जो स्यालकोट से भारत पर  राज  करता था | वह  कहता हैं कि मिहिरकुल नैसर्गिक रूप से प्रतिभाशाली और बहादुर था| हेन् सांग बताता हैं कि मिहिरकुल ने भारत में बौद्ध धर्म को बहुत भारी नुकसान पहुँचाया| वह कहता हैं कि एक बार मिहिरकुल ने बौद्ध भिक्षुओं से  बौद्ध धर्म के बारे में जानने कि इच्छा व्यक्त की| परन्तु बौद्ध भिक्षुओं ने उसका अपमान किया, उन्होंने उसके पास, किसी वरिष्ठ बौद्ध भिक्षु को भेजने की जगह एक सेवक को बौद्ध गुरु के रूप में  भेज दिया| मिहिरकुल को जब इस बात का पता चला तो वह गुस्से में आग-बबूला हो गया और उसने बौद्ध धर्म के विनाश कि राजाज्ञा जारी कर दी| उसने उत्तर भारत के  सभी बौद्ध भिक्षुओं का कत्ले-आम करा दिया और बौद्ध मठो को तुडवा दिया| हेन् सांग कि अनुसार मिहिरकुल ने उत्तर भारत से बौधों का नामो-निशान मिटा दिया |
गांधार क्षेत्र  में मिहिरकुल के भाई के विद्रोह के कारण, उत्तर भारत का साम्राज्य उसके हाथ से निकल कर, उसके विद्रोही भाई के हाथ में चला गया| किन्तु वह शीघ्र ही कश्मीर का राजा बन बैठा| कल्हण ने बारहवी शताब्दी में राजतरंगिणी नामक ग्रन्थ में कश्मीर का इतिहास लिखा हैं| उसने मिहिरकुल का, एक शक्तिशाली विजेता के रूप में ,चित्रण किया हैं| वह कहता हैं कि मिहिरकुल काल का दूसरा नाम था, वह पहाड से गिरते है हुए हाथी कि चिंघाड से आनंदित होता था| उसके अनुसार मिहिरकुल ने हिमालय से लेकर लंका तक के इलाके जीत लिए थे| उसने कश्मीर में मिहिरपुर नामक  नगर बसाया| कल्हण के अनुसार मिहिरकुल ने कश्मीर में श्रीनगर के पास मिहिरेशवर नामक भव्य शिव मंदिर बनवाया था| उसने गांधार छेत्र में ७०० ब्राह्मणों को अग्रहार (ग्राम दान ) में दिए| कल्हण मिहिरकुल हूण को ब्राह्मणों के समर्थक शिव भक्त के रूप में प्रस्तुत करता हैं| मिहिरकुल ही नहीं वरन सभी हूण शिव भक्त थे | हनोल ,जौनसार –बावर, उत्तराखंड में स्थित महासु देवता (महादेव) का मंदिर हूण स्थापत्य शैली का शानदार नमूना हैं, इससे हूण नामक शिवभक्त ने बनवाया था |
हर हर महादेव का जय घोष भी हूणों से जुडा प्रतीत होता है क्योकि हूणों कि दक्षिणी शाखा को हारा-हूण कहते थे , संभवत हारा-हूण से ही हारा/हाडा गोत्र कि उत्पत्ति हुई हैं| हाडा लोगों के आधिपत्य के कारण ही कोटा-बूंदी इलाका हाडौती कहलाता हैं राजस्थान का यह हाडौती सम्भाग कभी हूण प्रदेश कहलाता था| आज भी इस इलाके में हूणों गोत्र के गुर्जरों  के अनेक गांव हैं| यहाँ यह उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ, विलियम क्रुक आदि ने गुर्जरों को श्वेत हूणों से सम्बंधित माना हैं| इतिहासकार कैम्पबेल और डी. आर. भंडारकर गुर्जरों की उत्त्पत्ति श्वेत हूणों की खज़र शाखा से मानते हैं | बूंदी इलाके  में रामेश्वर महादेव, भीमलत और झर महादेव हूणों के बनवाये प्रसिद्ध शिव मंदिर हैं| बिजोलिया, चित्तोरगढ़ के समीप स्थित मैनाल कभी हूण राजा अन्गत्सी की राजधानी थी, जहा हूणों ने तिलस्वा महादेव का मंदिर बनवाया था| यह मंदिर आज भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता हैं| कर्नल टाड़ के अनुसार बडोली, कोटा में स्थित सुप्रसिद्ध शिव मंदिर पंवार/परमार वंश के हूणराज ने बनवाया था|
इस प्रकार हम देखते हैं की हूण और उनका नेता मिहिरकुल भारत में बौद्ध धर्म के अवसान और शैव धर्म के विकास से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं| शिवरात्रि के दिन शिव भक्त मिहिरकुल हूण को भी याद किया जाना अप्रासंगिक नहीं होना चाहिए|

                                (लेखक  राजकीय महाविधालय लक्सर, 
हरिद्वार में इतिहास विभाग के प्रवक्ता हैं| )
                                                               
सन्दर्भ

1.  K C OJHA, HISTORY OF FOREIGN RULE IN ANCIENT INDIA,  ALLAHBAD, 1968.

2. PRAMESWARILAL GUPTA, COINS, NEW DELHI, 1969.

3. R C MAJUMDAR, ANCIENT INDIA.

4. RAMA SHANKAR TRIPATHI, HISTORY OF ANCIENT INDIA, DELHI, 1987.

5. परमेश्वरी लाल गुप्त, प्राचीन भारतीय मुद्राए, दिल्ली ,1987  |

Wednesday, September 14, 2011

समाज में शिक्षा के प्रसार पर जोर

देवधाम जोधपुरिया के लक्खी मेले में आयोजित प्रतिभा सम्मान समाराह में समाज के प्रतिनिधियों ने एक सुर में कहा-आगे बढऩा है तो अपने बच्चों को पढ़ाना होगा

निवाई-जिला टोंक (कजोड़ मल पोसवाल). देवधाम जोधपुरिया में गुर्जर समाज की 151 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। मौका था भगवान देवनारायण के लक्खी मेले का। समारोह में देशभर से आए समाज के गुर्जर नेताओं ने एक सुर में समाज में शिक्षा के प्रसार की बात कही। सबने माना कि अगर समाज को आगे बढऩा है तो नई पीढ़ी को पढ़ाना होगा।
सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा न ले : बैसला
आरक्षण संघर्ष समिति केसंयोजक कर्नल किरोडीमल बैंसला ने कहा कि आरक्षण हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेगें। सरकार हमारें धैर्य की परीक्षा नहीं ले अन्यथा इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार हमारे साथ लिखित समझौता करती है और बाद में मुकर जाती है। सरकार समाज की पीड़ा समझे और 15 दिन में तत्काल प्रभाव से 5 प्रतिशत आरक्षण लागू करें। उन्होंने समाज के लोगों से जितनी चादर हो उसी के अनुरूप पैर फैलाने की बाते कहते हुए कर्जा नहीं करने का आह्वान किया। उन्होनें कहा कि बेटी की शादी में व्यर्थ खर्च करने के बजाय उसकी शिक्षा पर जी खोल कर खर्च करें ताकि उसकी व आगे वाले परिवार की जहां वह जाएगी जिंदगी संवर सके। हमें सामाजिक कुरीतियों, नुक्ता प्रथा, बाल विवाह, बालश्रम इत्याादि प्रथाओं को जड़ से सम्माप्त करना होगा। मेरा मन व्यथित हो उठता है जब मैं आजादी के 64 साल बाद भी गुर्जरियों को घूंघट में बकरियों की मींगनी बीनते देखता हूं। गोबर के कण्डे बनाते देखता हूं। रामप्यारी ,धोली, लादी और धापू ने क्या पाप किया है जो वो कलेक्टर नहीं बन सकती है। मेरे लिए सबसे खुशी का दिन वह होगा जब मेरे समाज की बच्ची कलेक्टर बनकर मुझे आंमत्रित करेगी कि बाबोसा एक कप चाय तो पी जाओ। 
आगे बढऩा है तो पढऩा होगा : जौनापुरिया
 गुर्जर संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर सिंह जौनापुरिया ने कहा कि हमें आगे बढऩा है तो समाज में शिक्षा के प्रसार पर जोर देना होगा। विशेषकर बालिकाओं की पढ़ाई पर। हमारी बेटी पढ़ेगी तभी हम पढी-लिखी बहू लाने की उम्मीद कर सकते हैं। वर्तमान में शिक्षा से ही सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक परिवर्तन संभव है। यदि समाज की बालिकाओं की शिक्षा के लिए धन की जरूरत है तो वे इसके लिए मैं पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं। समाज को यदि सही दिशा में आगे बढऩा है तो हमें कुरीतियो को जड़ से उखाड़कर फंैकना होगा। समाज के उत्थान के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे।

हमें अपनी सोच बदलनी पड़ेगी : सुनीता बैसला
समारोह में अखिल भारतीय आयकर विभाग की अधिकार सुनीता सुनीता बैसला ने कहा कि आज 70 लाख की आबादी होने के बाद भी हम पिछड़े हुए हैं, उसका हमारा मूल कारण है हमारी सोच है। हम आज भी मन्दिर निर्माण, यज्ञ हवन इत्यादि की बात करते है किन्तु अपने बालकों को पढ़ाने की बात नहीं करते। हमें इस सोच को बदलना पड़ेगा।
एकता का महत्व समझें : भैरवसिंह
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी भैरव सिंह ने कहा कि संघं शक्ति कलेयुगे अर्थात कलियुग में संगठन में ही शक्ति है अत: समाज को संगठित होकर ही काम करना होगा। आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डा रूपसिंह ने कहा कि हम देव महाराज से यह प्रार्थना करते हैं कि वे सरकार को सद्बबुद्धि दे। उन्होने कहा कि राज्य सरकार की और से 200 करोड का बजट देवनारायण बोर्ड के लिए दिया है, किन्तु उसका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है । आरक्षण संघर्ष समिति के केप्टेन हरप्रसाद तंवर ने कहा कि बनस्थली विद्यापीठ की तरह समाज की बालिकाओं की उच्च शिक्षा का संस्थान होना चाहिए, तब ही गुर्जर समाज आगे बढ़ सकता है। टोंक गुर्जर समाज के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुर्जर ने भी समाज में नशा मुक्ति अभियान चलाने का आह्वान किया। स्थानीय विद्यायक कमल बैरवा ने छोरिया रोड का ठीक कराने का आश्वासन दिया ।
ये भी रहे मौजूद
समारोह में बहादुर सिंह प्राचार्य,रूपनारायण प्रधानाचार्य,सुभाष छाबड़ी चैयरमैन रेवाडी़,धर्म वीर गुर्जरप्रधान सोहना,सुखवीर खटाणा,चैयरमैन सोहना,प्रमुख समाजसेवी प्रेमसिंह घर्राटी, नई दिगीके मदन लाकहिया,प्रमुख समाजसेवी सीताराम लांगड़ी हरभंावता, उमेरण अलवर के प्रधान शिव लाल गुर्जर, थानागाजी विधायक हेम सिंह भडाणा,मानसिंह गुर्जर गंगापुर सिटी,कमर रब्बानी चेची,सूचना जन सम्पर्क अधिकारी रामफूल गुर्जर,पूर्व जिला प्रमुख सरोज गुर्जर,पूर्व पंसं सदस्य मांगी लाल डोई,मोहन लाल बागडी, सुरेश डोई,पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल,राजस्थान विश्वविद्यालय की नव निर्वचित उपाध्यक्ष सुश्री आभासिंह,ट्रस्ट के अध्यक्ष केसर लाल गुर्जर,उपाध्यक्ष सुरज्ञान खाटरा, महामंत्री राम किशन गुर्जर बहादंरपुरा,कोषाध्यक्ष रामेश्वर पोसवाल,प्रचार -प्रसार मंत्री जगदीश लांगडी,हीरा लाल भडाणा, महेन्द्र कसाणा,सम्मान समारोह के अध्यक्ष डा के एल गुर्जर, संयोजक गिरिराज प्रसाद गुर्जर ,प्रवक्ता कजोड मल पोसवाल बस्सी,लक्ष्मण मास्टर,न्सी पोसवाल,डा बदरी,संरज्ञान वकील, लालराम नेकराडी,श्रवण भोपा, राम भजन पोसवाल, प्रधुम्मन सिंह, सुरजकरण जोधपुरिया श्योजल नवंरंगपुरिया,सवाई भोज राम सिंह कसाणा सहित अनेक लोग मौजूद थेँं।

Saturday, September 10, 2011

देवका हरवाड़ा में 400 गुर्जर प्रतिभाओं का सम्मान


चंदवाजी (जयपुर जिला).  देवका हरवाड़ा में भरे देवनारायण भगवान के मेले में गुर्जर समाज की 400 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। सभी सम्मानित प्रतिभाओं को धोलाराम पौषवाल स्यारीवाले की तरफ से एक-एक दीवार घड़ी भी भेंट की गई।
मंदिर निर्माण कमेटी के अध्यक्ष प्रभुदयाल सराधना ने बताया कि मेले में कोटपूतली, विराटनगर, थानागाजी, जमवारामगढ़ क्षेत्र से समाज के हजारों श्रद्धालुओं ने देवरा ढोका। देव भगवान के 24 घंटे की परिक्रमा के बाद भोपों ने फड़ गाई। कार्यक्रम में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला, पूर्व विधायक रामचंद्र सराधना, थानागाजी विधायक हेम सिंह भडाणा, युवक कांग्रेस के महासचिव नटवाडिया, मुकेश खैरवाड़ी, पंसस राधेश्याम गुर्जर सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

मैं सरकार में समाज का पेरोकार : डॉ. जितेंद्र सिंह

नई धाम देवनारायण मेले में समाज की प्रतिभाओं का सम्मान
तूंगा (जयपुर जिला). नई धाम में देवनारायण भगवान का भव्य मेला भरा। इस दौरान गुर्जर धर्मशाला में प्रतिभा सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा की मैं सरकार में गुर्जर समाज की पैरवी करने के लिए वकील हूं। मैं आप के अधिकारों के प्रति सदैव तत्पर रहूंगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में समाज के लोगों ने अतिथियों का साफा बंधाकर स्वागत किया। इससे पूर्व भगवान देवनारायण की शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें समाज के हाजारों लोग नाचते-गाते चल रहे थे। समारोह में पूर्व जिला प्रमुख रामगोपाल गार्ड, गर्जर सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष रमेंश चेची, गुर्जर समाज के दौसा जिला अध्यक्ष कंवरपाल सिंह, दौसा प्रधान पति हेमराज आवाना, पंचायत समिति सदस्य गेंदा लाल गुर्जर, राजस्थान विश्वविधालय की उपाध्यक्ष आभा गुर्जर, लक्ष्मीनारायण तूंगी सहित समाज के हजारों लोग मौजूद थे।


Friday, September 09, 2011

देवमंड मंदिर की बावड़ी में तोडफ़ोड़

गड़ा धन निकालने के लालच में किसी ने की तांत्रिक पूजा, पट्टियां गिराकर व पक्का निर्माण तोड़कर किया करीब दो लाख का नुकसान, आक्रोशित गुर्जर समाज के लोगों ने तहसीलदार, थाना प्रभारी व एसडीएम को ज्ञापन देकर की आरोपियों को पकडऩे की मांग

टोडारायसिंह (टोंक जिला). देवमंड मंदिर (देवनारायण) की बावड़ी में पिछले दिनों तोडफ़ोड़ कर देने से गुर्जर समाज में आक्रोष है। इसके विरोध में गुर्जर समाज के लोगों ने थाना प्रभारी व तहसीलदार को ज्ञापन देकर आरोपियों को शीघ्र पकडऩे की मांग की।
सरपंच रामचंद्र गुर्जर की अगुआई में गए समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि टोडारायसिंह के बागात में गुर्जर समाज का देवमंड मंदिर (देवनारायण) है। वहां पुराना धन गड़ा होने के लालच में 28-29 अगस्त की रात कुछ व्यक्तियों ने तांत्रिक पूजा पाठ किया और कर धन निकालने की नीयत से टेहलियां व पट्टियां गिरा दी। इससे करीब 2 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। प्रतिनिधि मंडल में पूर्व पालिका अध्यक्ष किशन लाल गुर्जर, पुजारी जगदीश गुर्जर, रामकरण गुर्जर, जितेन्द्र गुर्जर, रामराज गुर्जर, नंद लाल गुर्जर, काशीराम गुर्जर, भोमाराम गुर्जर, सोहन लाल, लादू लाल गुर्जर, हेमराज गुर्जर, गंगाराम गुर्जर सहित गुर्जर समाज के कई लोग शामिल थे।
गुर्जर महासभा के प्रदेश मंत्री ने किया दौरा
राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेश मंत्री व जिला परिषद सदस्य छोगा लाल गुर्जर ने देवमंड मंदिर पहुंच कर तोड़ी गई बावड़ी का जायजा लिया। उन्होंने मोबाइल फोन पर कलेक्टर व एसपी टोंक को घटना की जानाकारी दी। बात करने के बाद उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने उन्हें शीघ्र कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है।
कार्रवाई नहीं किए जाने पर जताया रोष
टोडारायसिंह . देवमंड मंदिर की बावड़ी की दीवार तोडऩे के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित गुर्जर समाज के लोगों ने देवनारायण मंदिर परिसर में बैठक कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। गुर्जर समाज के तहसील अध्यक्ष केसर लाल गुर्जर ने कहा कि मामले की थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई जा चुकी है। साथ ही इस कार्य में काम में ली गई दो मोटरसाइकिलों को समाज के लोगों ने पकड़ कर पुलिस सौंप दी हैं। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

Thursday, September 08, 2011

भगवान देवनारायण पर डाक टिकट जारी

केंद्रीय संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट ने किया लोकार्पण
आसींद (भीलवाड़ा). केंद्रीय संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट ने गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण पर जारी किए गए पांच रुपए के डाक टिकट का लोकार्पण किया।
नगरपालिका की ओर से भादवी छठ पर आयोजित सवाई भोज मेले में आयोजित समारोह में पायलट ने कहा कि प्रजातंत्र में गरीब किसान का लड़का कुर्सी पर बैठे तभी सरकार का सपना पूरा होगा। सरकार समाज की महान विभूतियों के नाम पर डाक टिकट जारी करती रहेगी, ताकि नई पीढी़ भी उनके बारे में वाकिफ  हो। उन्होंने सात सितंबर को करनाल में वीर तेजाजी महाराज पर डाक टिकट जारी करने की जानकारी दी। समारोह में ऊर्जामंत्री डॉ. जितेंद्रसिंह ने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई। वन, पर्यावरण एवं खनिज राज्यमंत्री रामलाल जाट ने लोक देवता पर डाक टिकट जारी करने को अच्छी पहल बताया। विधायक रामलाल गुर्जर ने सवाई भोज के नाम से पोस्ट ऑफिस खोलने, बीएसएनएल की सेवा दुरुस्त करने की मांग की। उन्होंने बिजली आपूर्ति की समस्या भी बताई। कार्यक्रम को महंत भूदेवदास महाराज, पूर्व विधायक लक्ष्मीलाल गुर्जर, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष देवेंद्रसिंह, नगरपालिका अध्यक्ष हगामीलाल मेवाड़ा, ब्लॉक अध्यक्ष छोगालाल गुर्जर, राजेश पायलट ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनसुख सिंह, धीरज गुर्जर, रामप्रसाद धाबाई, आदि ने संबोधित किया।

पायलट ने आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए

केलवा (राजसमंद). केंद्रीय संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट ने धर्मसभा में आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए। इ दौरान उन्होंने आचार्य के आशीर्वचन भी सुने।

वैचारिक संगोष्ठी 11 को

गुर्जर समाज के शैक्षिक उन्नयन के लिए 11 सितंबर को नारायणसिंह सर्किल स्थित तोतूका भवन में शिक्षा पर संवाद वैचारिक संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। समारोह संयोजक डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि संगोष्ठी सुबह 10:30 से शाम 4 बजे तक चलेगी। इसमें गुर्जर समाज की शिक्षा की दशा पर चर्चा होगी और इसके लिए नई दिशा तय की जाएगी।

Wednesday, September 07, 2011

प्रतिभाशाली बच्चे ही समाज के कर्णधार

जोधपुरिया में हुए राज्य स्तरीय गुर्जर प्रतिभा सम्मान समारोह में बोले-भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ईश्वर सिंह गुर्जर
निवाई, जिला टोंक (कजोड़ मल पोसवाल). भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ईश्वर सिंह गुर्जर ने कहा कि गुर्जर समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है किन्तु वर्तमान में हम अन्य समाजों की तुलना में काफी पिछड़े हुए हैं। समाज के इस पिछड़ेपन को दूर करना हमारी प्राथमिकता है।
ईश्वर सिंह गुर्जर प्रतिभा विकास समिति राजस्थान एवं श्री देवनारायण मन्दिर ट्रस्ट जोधपुरिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय गुर्जर प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्हें बस उचित मार्गदर्शन, सम्बल एवं सहयोग देने की जरूरत है। उच्च पद पर पहुंचने पर परिवार एवं समाज के लोगो को नहीं भूलना चाहिए।
विशिष्ठ अतिथि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी अरूण कुमार गुर्जर ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है जिसमें अन्य समाज के लोग शिक्षा, व्यवसाय एवं तकनीकी क्षेत्र में प्रतिस्पद्र्धा करते हैं और हमारे समाज के लोग नुकता प्रथा में। ऐसा करके वे लाखों रूपए फूंक देते हैं, जबकि इस राशि का उपयोग यदि वे बालक की शिक्षा पर करें तो वह एक सफल इंसान बनकर उच्च पद पर पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े प्रतिभावान बालकों के लिए वे तन-मन एवं धन से सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
समारोह में शिव साधना चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी शिवदयाल लांगड़ी ने कहा कि उनका ट्रस्ट श्रीदेवनारायण जन्मोत्सव माही सप्तमी  पर जोधपुरिया में 29 जनवरी 2012 को लगने वाले लक्खी मेले में समाज के गरीब एवं प्रतिभाशाली बालकों को 50 हजार रूपए की छात्रवृति देगा।
           समारोह में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष केसरलाल गुर्जर, प्रतिभा सम्मान समारोह के अध्यक्ष डा के एल गुर्जर, मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री रामकिशन बहादुरपुरा, कोषाध्यक्ष रामेश्वर पोसवाल, कालू लाल अध्यापक, राम भजन पोसवाल, प्रधुम्न सिंह,बाबू लाल व्याख्याता अलवर, रूप नारायण गुर्जर, दुर्गालाल नाथड़ी, कमलेश गुर्जर सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।  
151 प्रतिभाओं का सम्मान
देवधाम जोधपुरिया में गुर्जर प्रतिभा विकास समिति राजस्थान एवं श्री देवनारायण मन्दिर ट्रस्ट जोधपुरिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय गुर्जर प्रतिभा सम्मान समारोह में समाज की 151 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।
समारोह के  संयोजक गिरिराज प्रसाद गुर्जर  ने बताया कि कक्षा 10 में बालक वर्ग में 45, बालिका वर्ग में 27, कक्षा 12 में बालक वर्ग में 34, बालिका वर्ग में 24, स्नातक/ स्नातकोतर में बालक - बालिका वर्ग में 11,  राष्ट्रीय स्तर खेल एवं एन. सी. सी. में 10 बालक-बालिका, एम बी बी एस/आई आई टी/आर ए एस/ व्याख्याता-10 को स्मृति चिन्ह,प्रशस्ति पत्र एवं देव दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया।
टॉपर्स को 1100-1100 रूपये नकद
समाजसेवी श्री पुरूषोतम फागणा, निवासी संागानेर की ओर से सभी संवर्गो में टॉपर प्रिंस सिंह, कु.विनीता गुर्जर, पवन गुर्जर, प्रतिभा पोसवाल, शिमला गुर्जर को 1100-1100 रूपये देकर सम्मानित किया गया।
प्रथम श्रेणी अधिकारी के रूप में चयनित प्रतिभाओं को गुर्जर गौरव अवार्ड
आरएएस
राजूलाल,गौनेर जयपुर एवं  विक्रम सिंह पांचौली सिकराय,दौसा
प्रथम श्रेणी अधिकारी व्याख्याता
राजेश कुमार तूंगड ,पाडलीपुर दौसा ,व्याख्याता भूगोल में, सुरेश चन्द हरसल सेदरिया ,निवाई,टोंक व्याख्याता हिन्दी में तथा बतीलाल गुर्जर मोतीपुरा, सवाईमाधोपुर
अन्य सेवाएं
महेश कुमार डोई हथौना टोंक का आई आई टी खडगपुर , राजमल गुर्जर ,चारनौली ,बौंली सवाईमाधोपुर का एम बी बी एस में तथा रामसिंह हरषाणा ,पुलिस उपनिरीक्षक ,रलावता दौसा को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित होने पर लक्खी मेले मेंं गुर्जर गौरव अवार्ड से नवाजा गया।

 टॉपर्स के प्रोत्साहन के लिए दानदाताओं ने की घोषणाएं
सम्मान समारोह में जोधपुरिया में माही सप्तमी श्री देवनारायण जन्मोत्सव पर आयोजित होने वाले लक्खी मेले में टोंक जिले की टॉप थ्री प्रतिभाओं को प्रोत्साहन हेतु दानदाताओं ने घोषणाएं कीं। गुर्जर प्रतिभा विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. के.एल. गुर्जर ने बताया कि पुरूषोतम फागणा, संरक्षक श्री देवनारायण मन्दिर ट्रस्टजोधपुरिया, निवासी सांगानेर ने  21000, उदय लाल गुर्जर, पूर्व प्रधान देवली ने11000, रामचन्द्र गुर्जर सरपंच ग्राम पंचायत खरेडा, टोंक ने 11000, श्री कजोड़ मल गुर्जर व्याख्याता अंग्रेजी, निवासी गणेशपुरा, निवाई टोंक ने समाज की 10 एवं 12 वीं की टॉपर्स 5-5 बालिकाओं को 11000 रुपये देने की घोषणा की।
       समिति के प्रवक्ता कजोड मल पोसवाल ने बताया कि आगामी प्रतिभा सम्मान समारोह 2012 में श्री महेश सिंह चपराना गढ़ मोरा करौली हाल निवासी नई दिल्ली के सौजन्य से आयोजित होगा।

देवरंग में रंग गया जोधपुरिया

लक्खी मेले में देशभर से उमड़े गुर्जर, 211 तो पदयात्रात्राएं ही आईं
निवाई (टोंक जिला). गुर्जर समाज के तीर्थ देवधाम जोधपुरिया में भगवान देवनारायण का लक्खी मेला भरा। तीन दिन तक चले इस मेले में देशभर से आए पदयात्रियों ने करीब 211 ध्वज चढ़ाए। अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार कोई पैदल पहुंचा तो कोई दंडवत करते। देव ध्वज लिए घुसती पदयात्राओं और जयकारों से जोधपुरिया आस्था के एक ऐसे रंग में रंग गया जहां न कोई छोटा रहा न कोई बड़ा। सब बस एक ही रंग में रंग गए। देव रंग में।
विधिवत पूजा अर्चना के बाद भोपा के द्वारा मंदिर के शिखर पर ध्वज चढ़ाने के साथ ही मेला शुरू हो गया। दो-तीन दिन पहले से ही श्रद्धालु जोधपुरिया पहुंचने शुरू हो गए थे। पदयात्रियों के जोधपुरिया पहंचने पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से उनका स्वागत किया गया। पदयात्रा ध्वज देव मंदिर पर चढ़ाने के बाद पदयात्रियों ने भगवान देवनारायण के दरबार में मत्था टेका। मेले में सैकड़ों श्रद्धालु कनक दंडवत करते भी पहुंचे। ऐसे श्रद्धालुओं के चरण छूकर लोग खुद को धन्य मान रहे थे। रंग-बिरंगी ओढनियां ओढे देवनारायण के गीत गाती गुर्जरियों के झुंड मेले में एकदम अलग ही नजर आ रहे थे। न कोई चकरी खाली थी न कोई रहंट। किसी दुकान वाले को फुर्सत थी न किसी नांव माडने वाले को। मेले में सब लोग अपनी-अपनी पसंद के ठिकानों पर जमे थे। मेला समिति की ओर से रोशनी, पेयजल की व्यवस्था की गई थी।
ध्वजयात्रा निकाली
देशभर से आए पदयात्रियों ने हजारों ध्वजों के साथ शनिवार की सुबह कृषि मण्डी से विशाल ध्वज यात्रा निकाली। बैण्डबाजों की धुनों पर पदयात्री नाचते-गाते चल रहे थे वहीं कई पदयात्री मंजीरों पर बगड़ावत गाथा  गाते हुए चल रहे थे। ध्वज यात्रा जुलूस करीब आधा किलोमीटर लम्बाई में फेला थ। ध्वजयात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई जन उपयोगी भवन पहुंची जहां निवाई गुर्जर समाज की ओर से पदयात्रियों को प्रसादी करवाई गई। तत्पश्चात पदयात्री ध्वज लेकर देवधाम जोधपुरिया के प्रस्थान कर गए। पदयात्रा मार्ग में विभिन्न संगठनों व समाज सेवियों की ओर से पदयात्रियों को फल वितरित किए गए।

छात्र नेता आभासिंह का स्वागत


निवाई (टोंक जिला). राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर की उपाध्यक्ष आभासिंह गुर्जर का निवाई की इंदिरा कॉलोनी में छात्र नेता जितेन्द्र विजय व दयाशंकर गुर्जर के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने स्वागत किया। वे जोधपुरिया मेले में जाते समय कुछ देर यहां रुकी थीं। स्वागत करने वालों में देवराज, उमेंद्र गौतम, बुद्धिप्रकाश, सुरज्ञान गुर्जर, प्यारसिंह, शिवराज, दीपक, रामबिलास सहित अन्य छात्र शामिल थे।

Saturday, September 03, 2011

मिहिर भोज महान की जयंती मनाई

अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संयोजक अनुराग चौधरी एवं राष्ट्रीय प्रभारी विनोद तंवर ने सम्राट मिहिर भोज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की
दीपक गुर्जर. अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा की ओर से 30 अगस्त को फरीदाबाद के गाँव अनखीर में आदिवाराह गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय युवा  गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संयोजक  अनुराग चौधरी  ने की।
अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संयोजक अनुराग चौधरी एवं राष्ट्रीय प्रभारी विनोद तंवर ने सम्राट मिहिर भोज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। दीपक गुर्जर ने गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गुर्जर सम्राट मिहिर भोज ने 836 से 885 तक अखंड भारत पर शासन किया और उनकी सेना की संख्या बगदाद के इतिहासकार अल मसूदी ने 36 लाख बताई है। हरियाणा प्रदेश प्रवक्ता परमवीर भडाना ने युवाओं से एक रहने की अपील की। मंच सचालन गौरव तंवर ने किया। कार्यक्रम के आयोजक फरीदाबाद के युवा अध्यक्ष देविंदर तंवर थे। सूबेदार तंवर की तरफ  से नाश्ते का प्रबंध किया गया था। बैठक में जयप्रकाश कंवर , कपिल भडाना, गौरव रौषा, उमेश भाटी, सूबेदार तंवर, सुशील भडाना, रोहित मावी, नरेश पहेलवान, रोहित गुर्जर,  कपिल खटाना सहित समाज के सैकड़ों युवा मौजूद थे।