आंदोलन को भटकाने की कोशिश बताया
जयपुर. सिकंदरा के पास ५ जुलाई को प्रस्तावित गुर्जर महापंचायत को अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने समाज के आरक्षण आंदोलन को भटकाने की मशक्कत करार दिया।अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय महासचिव बच्चू सिंह बैसला और कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष रामप्रसाद धाभाई ने सोमवार को यहां मीडिया को बताया कि महापंचायत का गुर्जर महासभा से कोई लेना-देना नहीं। जो लोग यह महापंचायत कर रहे हैं, उन्हें गुर्जर समाज से कोई सरोकार नहीं। इन लोगों का राजस्थान के गुर्जर समाज से कोई लेना-देना नहीं और न इनका यहां आधार है। ये लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने और मात्र एमएलए बनने का ख्वाब पूरा करने के लिए महापंचायत जैसे आयोजन कर रहे हैं। महासभा समाज के लोगों से अपील करती है कि वे किसी प्रकार की विध्वंसकारी गतिविधि में शामिल नहीं हों।
उन्होंने कहा कि गुर्जर महासभा की मूल मांग आज भी गुर्जरों को एसटी में आरक्षण देने की है। कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने समाज के आरक्षण आंदोलन को भटका दिया और समाज के ७२ बेटों का बलिदान करा दिया। आंदोलन को आंकड़ों में उलझा दिया। राज्य सरकार आरक्षण के नाम पर समय-समय पर जो भी दे रही है, गुर्जर महासभा उसे अंतरिम राहत के तौर पर स्वीकार करेगी। महासभा अहिंसात्मक तरीके से गुर्जर आरक्षण का आंदोलन जारी रखेगी।
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