गिरिराज अग्रवाल/राजेन्द्र जैमन. जीरोता (दौसा)
(source: dainik bhaskar)
केंद्रीय संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को गुर्जरों को भरोसा दिलाया कि संविधान के तहत सर्वे लागू करने के साथ ही एसबीसी का 5 प्रतिशत आरक्षण जरूर मिलेगा। वे धैर्य रखें और दौसा जिले में अब किसी भी तरह का हिंसक कदम न उठाएं। पिछले दिनों गुर्जर-मीणा समुदायों में जो कटुता आई थी, उसे दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने इस मौके पर भीड़ से आपसी भाईचारे और सद्भाव से रहने का संकल्प भी कराया। कार्यक्रम में मीणा समुदाय के प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
सचिन पायलट भंडाना (जीरोता) में अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट की आदमकद प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कुछ लोगों ने पहले यहां समाज से समाज को लड़ाने का काम किया था। दौसा जिले को इसका नुकसान उठाना पड़ा है। सरकार ने कमीशन बना दिया है। कमीशन के अध्यक्ष ने उन्हें संविधान के दायरे में शीघ्र ही सर्वे रिपोर्ट को लागू करवाने का भरोसा दिलाया है। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक, महादेव सिंह खंडेला, हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्रसिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, पूर्व सांसद रमा पायलट, ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्रसिंह, सहकारिता मंत्री परसादी लाल मीणा, शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा, तकनीकी शिक्षा (कृषि) राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा, होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा, शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर इंसाफ संसदीय सचिव राजेंद्र विधूड़ी, ममता भूपेश समेत कई सांसद, विधायक, पूर्व विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
पायलट समर्थकों की सेवा मेरा धर्म
समारोह स्थल से कुछ ही दूरी पर दौसा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा सार्वजनिक प्याऊ पर लोगों को पानी पिलाते नजर आए। मीणा ने भास्कर को बताया कि ये लोग लोकप्रिय नेता राजेश पायलट की मूर्ति के अनावरण समारोह में आए हैं। पायलट उनके अच्छे मित्र थे और उनके लिए यह सीट खाली करके गए हैं। ऐसे में उनके समर्थकों की सेवा करना उनका धर्म है। वे समारोह में आने वालों का स्वागत करने के साथ ही पानी पिलाकर सेवा कर रहे हैं।
सरकार की तारीफ सुनने को तैयार नहीं थे लोग
समारोह में जैसे ही वक्ताओं ने गहलोत सरकार के कामकाज की तारीफ करनी शुरू की तो भीड़ में से हूटिंग होने लगी। इस कारण कई वक्ताओं को अपनी बात कहने में दिक्कत आई। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा, तकनीकी शिक्षा (कृषि) राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा, डेयरी एवं खादी राज्यमंत्री बाबूलाल नागर को हूटिंग का सामना करना पड़ा।
बार-बार आंदोलन करके माहौल खराब करते हैं बैसला : गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा-जिनके हाथ 72 गुर्जरों के खून से रंगे थे, आप में से कुछ लोगों ने उन्हीं पर लगा दी मुहर। आरक्षण देंगे, मगर कोर्ट और संविधान का सम्मान करना पड़ेगा।
दौसा/जीरोता. गुर्जर आरक्षण मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को दौसा में वसुंधरा सरकार, गुर्जरों और बैसला पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि अगर मेरी कलम से ही आरक्षण मिलता हो तो मैं यहां खड़े-खड़े 5 प्रतिशत आरक्षण देने को तैयार हूं। मगर कोर्ट और संविधान का सम्मान करना पड़ेगा। सरकार पारदर्शिता से काम कर रही है, जबकि कर्नल बैसला बार-बार आंदोलन कर माहौल खराब कर रहे हैं। गुर्जर समाज और समाज के हर व्यक्ति को समझने और समझाने की जरूरत है।
प्रतिमा अनावरण समारोह में गहलोत हालांकि आरक्षण मुद्दे को छेडऩे के मूड में नहीं थे, परंतु भीड़ में से बार-बार हो रही हूटिंग (व्यवधान) से नाराज होकर उन्होंने इस मुद्दे पर भड़ास निकाल दी। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार के समय में फायरिंग हुई। कुल 21 बार की फायरिंग में 90 लोग मारे गए। इनमें 70 गुर्जर भी थे। आरक्षण के मामले में कुछ लोगों को गुमराह किया गया और प्रदेश में एक काला अध्याय लिख गया। मुझे आश्चर्य है आपकी कौम पर। जिन लोगों के हाथ 70 लोगों के खून से रंगे थे, चुनाव में आपके ही कुछ साथियों ने उन्हीं पर मुहर लगा दी। 5 प्रतिशत आरक्षण विधेयक का समर्थन हमने इसलिए किया था, ताकि गुर्जर यह न समझें कि कांग्रेस उन्हें आरक्षण नहीं मिलने देना चाहती, परंतु उसमें 14 प्रतिशत आर्थिक पिछड़ा वर्ग का आरक्षण भी जोड़ दिया, जबकि उन्हें मालूम था कि यह विधेयक कोर्ट में जाकर अटक जाएगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण की इजाजत नहीं देती है।
प्रतिमा अनावरण समारोह में गहलोत हालांकि आरक्षण मुद्दे को छेडऩे के मूड में नहीं थे, परंतु भीड़ में से बार-बार हो रही हूटिंग (व्यवधान) से नाराज होकर उन्होंने इस मुद्दे पर भड़ास निकाल दी। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार के समय में फायरिंग हुई। कुल 21 बार की फायरिंग में 90 लोग मारे गए। इनमें 70 गुर्जर भी थे। आरक्षण के मामले में कुछ लोगों को गुमराह किया गया और प्रदेश में एक काला अध्याय लिख गया। मुझे आश्चर्य है आपकी कौम पर। जिन लोगों के हाथ 70 लोगों के खून से रंगे थे, चुनाव में आपके ही कुछ साथियों ने उन्हीं पर मुहर लगा दी। 5 प्रतिशत आरक्षण विधेयक का समर्थन हमने इसलिए किया था, ताकि गुर्जर यह न समझें कि कांग्रेस उन्हें आरक्षण नहीं मिलने देना चाहती, परंतु उसमें 14 प्रतिशत आर्थिक पिछड़ा वर्ग का आरक्षण भी जोड़ दिया, जबकि उन्हें मालूम था कि यह विधेयक कोर्ट में जाकर अटक जाएगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण की इजाजत नहीं देती है।
इसलिए भड़के सीएम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण के दौरान भीड़ में से बार-बार हूटिंग की जा रही थी। एक बार तो संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट ने भी बीच में हस्तक्षेप करके मुख्यमंत्री का भाषण सुनने की अपील की, लेकिन भीड़ आरक्षण मुद्दे पर सीएम का रुख जानना चाहती थी। इस पर सीएम भड़क गए और गुर्जरों व उनके नेताओं को खरी-खोटी सुनाई।
पॉलीटेक्निक कॉलेज पायलट के नाम पर
मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल के पास बन रहे राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज का नाम स्व. राजेश पायलट के नाम पर रखने की घोषणा की। दौसा जिले की पेयजल समस्या के समाधान के लिए ईसरदा बांध से पेयजल योजना के सर्वे, फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनवाने का भरोसा दिलाया।
नजर नहीं आए बैसला
स्व. पायलट की प्रतिमा अनावरण समारोह के नाम पर आरक्षण आंदोलन स्थगित करने वाले कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला समारोह में कहीं नजर नहीं आए। उनकी अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही।
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