गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता हिम्मतसिंह पाड़ली ने पत्रकार वार्ता में कहा
दौसा .गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता हिम्मतसिंह पाड़ली ने कहा कि सरकार गुर्जरों के साथ छलावा कर उनके हकों से वंचित रख रही है। सोमवार (30 अप्रैल) को पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि यदि गुर्जरों को समय रहते हक नहीं मिला, तो नक्सलवादी भी बनना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि सरकार एवं गुर्जरों के बीच हुए समझौते के 15 माह बीत जाने के बाद भी जान बूझकर लाभों से वंचित रखा जा रहा है। गुर्जर अपने हक के लिए 15 मई से आंदोलन करेगा, जो ऐतिहासिक ही नहीं अंतिम आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश से आंदोलन की शुरुआत होगी। रेल मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग व गांवों एवं ढाणियों की सड़कों के साथ तेल व वन संपदा भी ठप की जाएगी।
गुर्जर समाज हक के लिए वर्षो से मांग करता आ रहा है। बार-बार सरकारें समझौते कर मुकर रही है। अब आंदोलन के सिवा हमारे सामने दूसरा ओर कोई रास्ता नहीं है। 2 मई तक और इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां से पहले शुरुआत की, वहीं से आंदोलन शुरू होगा।
सरकार 200 करोड़ रुपए की देवनारायण योजना को घटाकर 136 करोड़ रुपए की कर दी, वहीं सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती में 2373 पदों में से 1 प्रतिशत में 24 सीटें तथा तृतीय श्रेणी शिक्षक 41 सौ पदों में 1 प्रतिशत 250 सीटें होनी चाहिए, जिनमें भी तृतीय श्रेणी मात्र 20 सीटें हैं तथा तृतीय श्रेणी में अभी तक सीटें रिजर्व नहीं रखी है। सरकार जान बूझकर गुर्जरों को हकों से वंचित रख रही है। प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि आंदोलन के लिए पाली, सिरोही, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा व उदयपुर सहित पश्चिम राजस्थान में समाज के लोगों से संपर्क किया जा रहा है।
(Source: Bhaskar.com)
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